यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन एक बहुत ही आम समय है जो किसी को भी किसी भी उम्र में हो सकती है। जिसे भी ये समस्या होती है, उसे बहुत ही कष्ट होता है

यूरिन इन्फेक्शन क्या है?

वात,पित्त या कफ दोष स्वप्रकोप कारणों से प्रकुपित होकर अथवा सभी दोष प्रकुपित होकर बस्ति प्रदेश में जाकर मूत्र के मार्ग में विकृति उत्पन्न कर पीड़ा पहुंचाते हैं, तब मनुष्य को कठिनाई से मूत्र आता है।

यूरिन इन्फेक्शन का आयुर्वेदिक इलाज

जीरा और मिश्री

2 ग्राम जीरा और 2 ग्राम मिश्री दोनों को पीसकर फंकी लेने से जो मूत्राशय के इन्फेक्शन के कारण पेशाब रुक-रुक कर आता है, वो खुलकर आने लगेगा

ककड़ी और खीरे के बीज

ककड़ी का बीज, खीरे का बीज, बर्रे का बीज, अरूसे की पत्ती और केसर, इनका चूर्ण बनाकर मुनक्के के रस या काढ़े से पिलाना चाहिए।

मुलहठी और देवदारु

मुलहठी और देवदारु, इनकी बराबर मात्रा को चावल के धोवन के साथ पीना चाहिए। इसी प्रकार दारुहल्दी के चूर्ण को शहद मिलाकर आंवले के स्वरस के साथ पीने से यूरिन इन्फेक्शन ठीक होता है।

दही

1 कटोरी दही लेकर उसे अच्छे से मत्थ लें और उसमें थोड़ी सी चीनी डालकर खाएं, ऐसे खाने से कुछ ही दिनों के भीतर आपको UTI की समस्या से राहत मिल जायेगी।

अन्य उपाय जानने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करें 

Click Here