साइटिका को आयुर्वेद में कटिशूल नाम से भी जाना जाता है। साइटिका नर्व रीढ़ की हड्डी से होते हुए कूल्हे से होते हुए पैरों के पंजे तक जाती है।

साइटिका पेन क्यों होता है?

– तंत्रिकाओं में सूखापन आ जाना – रीढ़ की हड्डी का खिसक जाना – spondylolisthesis के कारण – ट्यूमर के कारण

– तंत्रिकाओं में सूखापन आ जाना – रीढ़ की हड्डी का खिसक जाना spondylolisthesis के कारण – ट्यूमर के कारण

साइटिका का इलाज इन हिंदी

साइटिका का इलाज इन हिंदी

तिल का तेल वातशामक है क्यूंकि वात वृद्धि भी एक कारण साइटिका के दर्द तो इसलिए आपको तिल के तेल की मालिश हल्के हाथों से करनी चाहिए।

तिल का तेल वातशामक है क्यूंकि वात वृद्धि भी एक कारण साइटिका के दर्द तो इसलिए आपको तिल के तेल की मालिश हल्के हाथों से करनी चाहिए।

नमक को कढ़ाई में गर्म करने के बाद सूती कपड़े में बांधकर पोटली बना लें। फिर इस पोटली से अपनी कमर, कूल्हे, टांग और पैरों तक सिकाई करें।

नमक को कढ़ाई में गर्म करने के बाद सूती कपड़े में बांधकर पोटली बना लें। फिर इस पोटली से अपनी कमर, कूल्हे, टांग और पैरों तक सिकाई करें।

1 चम्मच मेथी दाना, 2-2  इंच के हल्दी और दालचीनी के टुकड़े लें। इन तीनों को कूटकर चूर्ण कर लें और 1 कप पानी में मिलाकर उबाल लें। जब पानी आधा कप रह जाए तो इसमें शहद मिलाकर पीयें।

1 चम्मच मेथी दाना, 2-2  इंच के हल्दी और दालचीनी के टुकड़े लें। इन तीनों को कूटकर चूर्ण कर लें और 1 कप पानी में मिलाकर उबाल लें। जब पानी आधा कप रह जाए तो इसमें शहद मिलाकर पीयें।

साइटिका पेन की एक्सरसाइज जानने के लिए नीचे दिए बटन पर क्लिक करें 

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