छाती में कफ जमने से आपको सांस लेने में भी दिक्क्त हो सकती है। फेफड़ों में जमी कफ को यदि समय रहते न निकाला जाए तो निमोनिया की चपेट में आने से आपको कोई नहीं रोक सकता है।

फेफड़ों में बलगम क्यों बनता है

फेफड़ों में बलगम क्यों बनता है

बलगम बनने के बहुत से कारण होते हैं जैसे कि सर्दी-फ्लू, वायरल या बैक्टीरियल इन्फेक्शन, साइनस, अधिक मात्रा में धूम्रपान करना एवं शराब पीना।

फेफड़ों में जमा बलगम कैसे निकालें

फेफड़ों में जमा बलगम कैसे निकालें

गुड़ और अदरक का सेवन निकालेगा फेफड़ों से बलगम

गुड़ और अदरक का सेवन निकालेगा फेफड़ों से बलगम

गुड़ को कूटकर थोड़ा -सा गर्म कर लें और इसमें थोड़ा-सा अदरक का रस मिलाएं। इस मिश्रण को दिन में दो बार सेवन करें।

काली मिर्च और शहद का सेवन

काली मिर्च मिर्च के 5 दाने लें और अच्छे से चट्टू में कूटकर चूर्ण बना लें। फिर इसे एक चम्मच शहद में मिलाकर रात को सोते समय सेवन करें।

गिलोय का काढ़ा

गिलोय का काढ़ा

200 ml पानी में एक 5 इंच की डंडी डालकर मध्यम आंच पर पका लें और अच्छे से उबलने दें, साथ में चाहे तो छोटा टुकड़ा अदरक का भी डाल सकते हैं और मिठास के लिए गुड़ मिला लें।

नस्य लेने से भी छाती में जमा बलगम बाहर निकल जाती है

नस्य लेने से भी छाती में जमा बलगम बाहर निकल जाती है

सरसों के तेल की दो-दो बूँदें रात को सोते समय नाक में डालने से गले, छाती में जमा बलगम बाहर निकल जाती है।

कफ रोग के निदान के लिए कौनसी क्रिया लाभदायक है?

कफ रोग के निदान के लिए कौनसी क्रिया लाभदायक है?

जिह्वामूलधौति क्रिया करने से कफ रोग का नाश हो जाता है। इसे करने के लिए तर्जनी, मध्यमा और अनामिका तीनों उँगलियों को गले में डालकर जिह्वामूल को साफ़ करें।

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