उदररोग के बाद अर्श रोग एक ऐसा रोग है जो बहुत ही पीड़ादायक है और ये दोनों रोग ही त्रिदोषज होते हैं। गुदा की शिराओं के उभार को 'अर्श' कहते हैं।

बवासीर (अर्श रोग) के कारण

- अति मद्यपान और धूम्रपान करने के कारण - दूषित और भारी जल के पीने से - ज्यादा मिर्च-मसाले और तला-भुना खाने से

घरेलु और आयुर्वेदिक उपचार जो बवासीर को तुरंत ठीक करेंगे

कागजी नीम्बू

2 कागजी नीम्बू काटकर 5 माशे देसी कत्था पीसकर नीम्बु के टुकड़ों पर लगाएं। रात भर ओस में रखें। सुबह खाली पेट रोजाना नियम से 15 दिन तक सेवन करें।

मक्खन

चम्मच मक्खन, 1 चम्मच नागकेसर और 1 चम्मच मिश्री, इन तीनों को एक साथ मिलाएं और खा जाएँ। अर्श रोग को ठीक करने में ये बहुत ही उपयोगी हैं।

जीरा 

जीरे को पानी के साथ पीसकर पेस्ट बना लें और इस पेस्ट को मस्सों पर लगाएं। इससे दर्द में राहत मिलेगी।

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