माइग्रेन के दर्द से हो गए हैं परेशान तो करें ये आसान घरेलू उपाय Migraine Headache Treatment at Home in Hindi
माइग्रेन एक टीस मारने वाला दर्द होता है जी सिर के एक तरफ या दोनों तरफ हो सकता है। इसमें आपको उल्टी, जी मचलाना, रोशनी और आवाज के प्रति संवेदनशीलता हो सकती है। माइग्रेन में इतना ज्यादा दर्द होता है कि इंसान से सहन ही नहीं हो पाता। व्यक्ति को इस बीमारी को गंभीरता से लेना चाहिए और जल्द-से-जल्द इसका इलाज शुरू करना चाहिए। ये किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। इस कारण मनुष्य को मानसिक तनाव और अन्य मानसिक बीमारियां भी हो सकती हैं, इसलिए कुछ सरल घरेलू उपाय ( Migraine Headache Treatment at Home in Hindi) हैं जो आपको माइग्रेन से छुटकारा दिला सकते हैं।
सिर पर चढ़ गयी है गैस तो करें ये आसान घरेलू उपचार
Table of Contents
माइग्रेन के कारण और लक्षण
अब जानते हैं माइग्रेन के कारण और लक्षण –
स. | कारण | लक्षण |
1 | अधिक तनाव के कारण | जी मचलाना |
2 | यदि माँ-बाप को हो तो आगे बच्चों को भी हो सकता है | उल्टी होना |
3 | नींद कम आना | हाथ, पैरों और मुंह का सुन्न होना |
4 | पोषक तत्वों की कमी से | लाइट, स्मेल और साउंड के प्रति संवेदनशीलता |
5 | महिलाओं में हार्मोनल बदलाव की वजह से | धुंदला दिखाई देना |
6 | एंग्जायटी | सिर का एक हिस्सा दर्द होना |
7 | रोशनी और आवाज़ के कारण | चक्कर आना |
8 | ज्यादा गर्मी में | व्यवहार में बदलाव आना |
9 | शराब के सेवन से | |
10 | ज्यादा शारीरिक मेहनत करने से | |
11 | लम्बी यात्रा करने से |
माइग्रेन के घरेलू उपाय इन हिंदी (Migraine Headache Treatment at Home in Hindi)
दर्द निवारक काढ़ा
इस काढ़े को को बनाने के लिए आपको निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता पड़ेगी –
सामग्री –
- आंवला – 1
- नीम की पत्तियां – थोड़ी-सी
- अदरक – 1 इंच छोटा टुकड़ा कद्दूकस किया हुआ
- हल्दी – एक चुटकी
बनाने की विधि – एक गिलास पानी को पैन में डालें और उपर्युक्त सारी सामग्री डालकर उबालें। इसे तब तक उबालें जब तक आधा गिलास पानी न रह जाए। उसके बाद इसे छानकर ठंडा होने के लिए रख दें। ठंडा होने के बाद इसका सेवन करें। ये दर्द निवारक काढ़ा माइग्रेन को ठीक करने में बहुत( Migraine Headache Treatment at Home in Hindi) लाभप्रद है।
जानें सिरदर्द के कारण, लक्षण और आसान घरेलू उपाय
देसी गाय का घी
देसी गाय का घी लें और उसे किसी स्टील की डिब्बी में बंद करके रख दें। रात को सोने से पूर्व उसे हल्का गर्म करें, गर्म इतना हो कि आराम से नाक में डाला जा सके। 4-5 बूँदें दोनों नथुनों में डालें। ऐसा 7 दिन नित्य करने से माइग्रेन जड़ से खत्म हो जाएगा और इसके साथ साइनस की दिक्क्त भी समाप्त हो जायेगी, दिमाग को शक्ति मिलेगी और स्ट्रेस आदि समस्यायों का भी खात्मा होगा।
ग़ुरबंदी बादाम और अखरोट
बादाम और अखरोट दोनों ही विटामिन इ से भरपूर होते हैं। ये आपकी ब्रेन हेल्थ और आँखों के लिए भी काफी उपयोगी हैं। इसके साथ ही ये आपके माइग्रेन को ठीक करने के लिए भी अत्यंत फायदेमंद है। इसका प्रयोग करने के तरीका जानें –
प्रयोग का तरीका – 5 गिरी ग़ुरबंदी बादाम, आधी गिरी अखरोट इन्हें रातभर कांच के बर्तन में भिगोकर रख दें। सुबह इनका छिलका उतार लें और दौरि सोटे में इसका मर्दन करें। थोड़ा-थोड़ा दूध डालकर 15 मिनट तक इसे घोटे।
सेवन की विधि – सुबह खाली पेट इसका सेवन सबसे ज्यादा फायदेमंद है। या फिर नाश्ते के 3 घंटे बाद इसका सेवन करें।
नोट – सुबह खाली पेट यदि सेवन करें तो 2 घंटे तक कुछ नहीं खाना-पीना है।
तेल की मसाज से होगा माइग्रेन दूर
आंवले के तेल की सिर और माथे पर मसाज करने से आपका स्ट्रेस दूर होगा जो माइग्रेन का सबसे बड़ा कारण है। इसके अलावा पैरों के तलवों पर सरसों के तेल की मालिश करने से भी माइग्रेन का दर्द ठीक होता है।
माइग्रेन के लिए योग
माइग्रेन का दर्द अक्सर वायु के कुपित होने से होता है। समान वायु जो शरीर में विचरती है, भोजन के न पचने से सिर की ओर चढ़ती है, जिस कारण भयंकर सिरदर्द होता है। इसके लिए आपको भोजन के उपरान्त 5 मिनट तक वज्रासन में बैठना चाहिए। इससे डकार आ जायेगी और वायु सिर की ओर नहीं चढ़ेगी, जिससे आपको माइग्रेन का दर्द नहीं होगा।
माइग्रेन के लिए एक्यूप्रेशर
एक्यूप्रेशर पॉइंट भी माइग्रेन को ठीक करने में बहुत मददगार होते हैं। अंगूठों के अगले हिस्से को तर्जनी ऊँगली से दबाएं, जहाँ तिलक लगाते हैं वहां अंगूठे से हल्का दबाव डालें, सिर के बीचो-बीच दोनों हाथों की उँगलियों से दबाएं। ये माइग्रेन को जड़ से खत्म करने के लिए काफी उपयोगी हैं।
माइग्रेन में क्या खाना चाहिए
माइग्रेन में आपको मैग्नीशियम से भरपूर आहार का सेवन करना चाहिए जैसे –
- बादाम, सूरजमुखी के बीज, ओट्स, केले हरी पत्तेदार सब्जियां
- पानी घूंट-घूंट करके पीएं
- सेब का सेवन भी उपयोगी है
- अखरोट जरूर खाएं
- गाजर और शकरकंदी का सेवन करें
- खीरा दोपहर के भोजन से एक घंटा पहले खाएं
- ब्राउन राइस भी अवश्य खाएं
- नारियल पानी का सेवन भी उपयोगी है
- पुदीने और हरे धनिये की चटनी जरूर खाएं
माइग्रेन कितने प्रकार के होते हैं
माइग्रेन तीन प्रकार का होता है –
- दृष्टि संबंधी माइग्रेन – ये माइग्रेन ज्यादा रोशनी में चकाचौंध नजर आने से होता है। अक्सर रोशनी में इंसान को काला धब्बा नजर आता है। लगभग 25% लोगों में ये माइग्रेन पाया जाता है।
- क्रोनिक माइग्रेन – ये ज्यादातर उन्हें होता है जिनकी फैमिली हिस्ट्री है। इसमें सिरदर्द 3 से 4 दिनों तक बना रहता है। इसमें बहुत तेज सिरदर्द की समस्या इंसान को होती है।
- मासिक धर्म माइग्रेन – जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है कि ये दर्द सिर्फ महिलाओं को ही होता है। करीब 60 प्रतिशत महिलाएं इससे पीड़ित हैं। मासिक धर्म की शुरुआत में ही महिलाएं इस दर्द से पीड़ित होना शुरू हो जाती हैं।
निष्कर्ष
उपर्युक्त सभी घरेलू उपाय ( Migraine Headache Treatment at Home in Hindi) जरूर अपनाएँ क्यूंकि पेनकिलर का ज्यादा सेवन करने से अन्य कई रोग इंसान को घेर लेते हैं। इसके अलावा आप योगिक विधि और प्राणायाम के द्वारा एवं ध्यान के द्वारा भी माइग्रेन को जड़ से समाप्त कर सकते हैं।
अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न – माइग्रेन किस विटामिन की कमी से होता है?
उत्तर – मैग्नीशियम, विटामिन डी, रिबोफ्लेबिन की कमी से माइग्रेन की समस्या अधिक होती है। पुरुषों के मुक़ाबले महिलाओं में माइग्रेन आशिक होता है।
प्रश्न – माइग्रेन के नुकसान क्या हैं?
उत्तर – नींद न आने की परेशानी से लेकर ब्रेन स्ट्रोक तक का खतरा रहता है। आपके दिनभर के कार्य करने की क्षमता पर काफी असर पड़ता है। इसलिए इसका इलाज तुरंत करवाना चाहिए।
प्रश्न – माइग्रेन कितने दिनों तक रहता है?
उत्तर – माइग्रेन का दर्द 3 से 4 दिनों तक भी रह सकता है। कई बार तो पेनकिलर के सेवन के बाद भी पूरी तरह ठीक नहीं होता है।
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