Jalne Par Kya kare Gharelu Upay जलने पर तुरंत राहत दिलाएंगे ये घरेलू उपाय
रसोईघर में काम करते हुए कई बार कुछ गर्म चीज हाथ पर या पैर पर गिर जाती है, जिस कारण वो स्थान जल जाता है और कई बार तो फफोले भी बन जाते हैं। इसके अलावा दिवाली वाले दिन भी पटाखे जलाते समय ध्यान न देने के कारण कुछ बच्चे अपने-आप को नुकसान पहुंचा लेते हैं। जलने पर अधिकतर लोग यही कहते हैं कि बर्फ रगड़ लो, ठीक हो जाएगा। लेकिन इसके अलावा भी ऐसे कई प्रभावशाली घरेलू उपाय (Jalne Par Kya kare Gharelu Upay) हैं जो जलने पर आजमाने से तुरंत असर करते हैं।
सर्दियों में हाथ-पैर की उँगलियों में सूजन होने पर करें ये आसान घरेलू उपाय
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जलने के प्रकार
त्वचा पर किसी गर्म वस्तु त्वचा पर गिर जाती है और उस कारण त्वचा पर लालिमा, सूजन और फफोले बन जाते हैं तो इसे जलना कहते हैं। इसके निम्नलिखित प्रकार हैं –
- जब कोई व्यक्ति आग के सम्पर्क में आने जलता है तो उसे थर्मल बर्न कहते हैं
- जब किसी व्यक्ति को बिजली का झटका लगने से जलन होती है तो उसे इलेक्ट्रिक बर्न कहते हैं
- सूर्य की करणों की वजह से जब त्वचा जलती है तो उसे सन बर्न कहते हैं
- त्वचा पर किसी केमिकल के गिरने से जब स्किन जलती है तो उसे केमिकल बर्न कहते हैं
जलने के प्रकार (डिग्री के अनुसार)
- माइल्ड बर्न (फर्स्ट डिग्री) – इसमें मानव त्वचा 1% से लेकर 20% तक जलती है। इसके लक्षणों में सूजन, लालिमा और दर्द होता है। यह ऊपरी त्वचा की सतह को नुकसान पहुंचाता है।
- मॉडरेट बर्न (सेकंड डिग्री) – इसमें त्वचा 20% से लेकर 30% तक जल जाती है। इसके लक्षणों में त्वचा लाल हो जाती है, पहली सतह उतर जाती है, सूजन और दर्द होता है और छाले भी पड़ जाते हैं।
- सीवियर बर्न (थर्ड डिग्री) – इसमें व्यक्ति की त्वचा 31% से लेकर 70% तक जल जाती है। इसके लक्षण दूसरी सतह को भी नुकसान पहुंचाते हैं और साफ पता चलता है कि त्वचा जली हुई है।
- ज्यादा खतरनाक (फोर्थ डिग्री) – इसमें तो त्वचा पूरी ही जल जाती है।
जलने पर क्या करें घरेलू उपाय (Jalne Par Kya kare Gharelu Upay)
डिग्री के अनुसार ही घरेलू उपायों को अपनाना चाहिए।
गोले का तेल और कपूर
फर्स्ट डिग्री बर्न में गोले का तेल और कपूर दोनों ही लाभकारी हैं क्यूंकि इससे त्वचा में सूजन और दर्द कम करने वाले सभी गुण मौजूद होते हैं। आइये लगाने का तरीका समझिये –
लगाने का तरीका – 50 ग्राम गोले का तेल गर्म कर लें, फिर इसमें 10 ग्राम कपूर पीसकर मिला लें। ठंडा हो जाने पर दिन में 5 बार इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। जल्द ही आराम मिलेगा।
सिरस के पत्ते
सिरस के पत्ते दाद-खाज और खुजली को दूर करने के साथ सभी चर्म रोगों के लिए उपयोगी माने जाते हैं। यदि शरीर का कोई अंग जल जाता है तो शिरीष के पत्तों को उस जगह पर मलने से लाभ होता है।
ठंडा पानी
जैसे ही आपकी स्किन जल है तो तुरंत ही प्रभावित क्षेत्र को ठंडे पानी में डुबा दें या ठंडे पानी में कोई कपड़ा भिगोकर, थोड़ा निचोड़कर प्रभावित स्थान पर रखें। इससे छाले नहीं पड़ेंगे, जलन और सूजन में राहत मिलेगी।
एलोवेरा और शहद
शहद में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो किसी भी प्रकार की सूजन को कम करने में उपयोगी हैं और साथ ही एलोवेरा जेल त्वचा को ठंडक पहुंचाने का काम करती है। आइये जल जाने पर प्रयोग कैसे करना हैं जानिये –
प्रयोग का तरीका – ताज़ी एलोवेरा की पत्ती का छोटा-सा टुकड़ा काटें और उसपर थोड़ा-सा शहद और घी फैला दें। फिर इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाकर कपड़ा बाँध दें। 2-3 दिन लगातार करें। ये सेकंड डिग्री में भी उपयोगी है।
गेहूं का आटा
गेहूं का आटा जितना आपके शरीर को तंदरुस्त बनाने में उपयोगी है, उतना ही त्वचा के जलने पर उपयोग करने में फायदेमंद है। कब्ज़ की समस्या को दूर करने में भी गेहूं का आटा लाभकारी है।
जलने पर कैसे करें प्रयोग – त्वचा का जो हिस्सा जला है उसे गेहूं के आटे में दबा दें। कम से कम 20 मिनट तक दबाएं रखें, काफी लाभ मिलेगा। इसके अलावा गेहूं का गूँधा हुआ आटा लेकर उसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं।
आलू का रस
त्वचा को निखारने में आलू के रस का प्रयोग तो किया ही जाता है और इसके साथ ही यह जल जाने पर राहत पहुंचाने का काम भी करता है। आलू का रस निकालकर जले हुए स्थान पर लगाएं, अत्यंत लाभ मिलेगा।
अनार के पत्ते
सूखी खांसी, नींद न आने की समस्या, कान दर्द और त्वचा में होने वाली पुरानी खुजली को ठीक करने के साथ ही जले हुए स्थान की पीड़ा को दूर करने में बहुत फायदेमंद है। आपको अनार के पत्तों को पीसकर प्रभावित क्षेत्र पर लगाना है, इससे जलने की वजह से हुई लालिमा और पीड़ा में राहत मिलेगी।
जल जाने पर क्या करें और क्या न करें
अब जानिये कुछ ऐसी बातें जो जलने पर करनी चाहिए –
क्या करें –
- तुरंत प्रभावित क्षेत्र को ठंडे पानी में डुबों दें
- प्रभावित क्षेत्र पर कपड़े या गहने आदि पहने हैं तो तुरंत निकाल दो
- हाथों-पैरों को ऊपर की ओर रखें ताकि मस्तिष्क की तरफ ब्लड फ्लो बढ़े
- सिल्वर युक्त क्रीम लगाकर सफेद पट्टी बाँध दें
- नजदीकी चिकित्स्क तक ले जाएँ
क्या न करें –
- ज्यादा तेज पानी के प्रेशर के नीचे प्रभावित क्षेत्र को न रखें, इससे छिलने का खतरा होता है
- जले हुए स्थान पर यदि कोई कपड़ा चिपक गया हो तो खींचकर न निकालें
- मक्खन, बर्फ आदि न लगाएं
- यदि फफोले पड़ गए हैं तो फोड़ना नहीं
जल जाने पर हुए दाग कैसे हटाएँ
अब आपको एक ऐसी आयुर्वेदोक औषधि बताते हैं, जिसके प्रयोग से जलने के बाद जो दाग हो जाता है, उसे कैसे हटाएँ –
अनंतमूल, मंजीठ और लाल चंदन – इन तीनों को कूटकर चूर्ण बना लें और पानी के साथ मिलाकर पेस्ट बना लें। लगातार इस पेस्ट को जलने वाले स्थान पर लगाएं। जो दाग हुआ है, वह हट जाएगा।
कुछ सामान्य प्रश्नोत्तर
प्रश्न – जलने पर कौनसी क्रीम लगानी चाहिए?
उत्तर – silver sulfadiazine क्रीम लगाकर उसके ऊपर सफेद पट्टी बाँध लें। इससे काफी लाभ मिलेगा।
प्रश्न – जलने पर तुरंत क्या लाएं?
उत्तर – सबसे पहले पानी में प्रभावित क्षेत्र को 20-25 मिनट तक डुबो दें। इसके बाद प्रभावित जगह सूखने पर नारियल का तेल लगाएं।