Sunday, December 3, 2023
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कैसे मेडिटरेनीयन डाइट फेफड़ों के कैंसर के खतरे को कम करती है | How Mediterranean Diet Exactly Work in Hindi?

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कैसे मेडिटरेनीयन डाइट फेफड़ों के कैंसर के खतरे को कम करती है How Mediterranean Diet Exactly Work in Hindi?

हाल ही में हुए एक नए शोध में ये पाया गया है कि मेडिटरेनीयन डाइट का बारीकी से पालन करने से फेफड़ों के कैंसर का खतरा कम होता है। फेफड़ों का कैंसर पुरुषों और महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे आम कैंसर है। आजकल कई चिकित्सक और डायटीशियन भी बीमारियों को दूर करने के लिए मेडिटरेनीयन डाइट लेने की सलाह देते हैं।

मेडिटरेनीयन डाइट में बहुत से खाद्य-पदार्थ हैं जैसे जैतून का तेल, सब्जियां, साबुत अनाज, फलियां, नट्स, मछली और अन्य समुद्री भोजन। इनमें भरपूर पोषक तत्व होते हैं जैसे ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, फाइबर, विटामिन्स, मिनरल्स और एंटी-ऑक्सीडेंट्स जो शरीर को स्वस्थ रखने में काफी उपयोगी हैं।

ये ही नहीं शोधकर्ताओं ने ये भी दावा किया है कि मेडिटरेनीयन डाइट सिर्फ फेफड़ों का ही नहीं हृदय और मस्तिष्क के स्वास्थ्य में सुधार करती है।

मेडिटरेनीयन डाइट क्या है?

पारम्परिक रूप से मेडिटरेनीयन रीजन के आस-पास के लोगों द्वारा खाये जाने वाला आहार मेडिटरेनीयन डाइट कहलाता है। इसमें नट्स, ओलिव आयल और समुद्री भोजन आदि शामिल है। ये वजन को कम करने के लिए नहीं जाना जाता लेकिन इस आहार के स्वाथ्य संबंधी बहुत लाभ हैं।

क्यूंकि इस आहार में वसा से आधे से अधिक कैलोरी monosaturated फैट से आती है तो इस आहार का सेवन उन लोगों के लिए उपयुक्त नहीं है जिन्हें वसा का सेवन सिमित करने की सलाह दी गयी है।

मेडिटरेनीयन आहार वास्तव में कैसे काम करता है? (How Mediterranean Diet Exactly Work in Hindi?)

जो लोग समुद्र के किनारे रहते हैं पहले ज्यादातर वे ही इस डाइट का पालन करते थे लेकिन जैसे जैसे शोध हुए और ये पता चला कि इस आहार का सही तरिके से पालन करने से फेफड़ों के साथ अन्य कई शारीरिक समस्याओं को ठीक किया जा सकता है तो इसे प्रसिद्धि मिली।

मेडिटरेनीयन डाइट के सवास्थ्य लाभ क्या हैं?

आइये जानते हैं अब मेडिटरेनीयन आहार के स्वास्थ्य लाभ –

फेफड़ों के कैंसर के जोखिम को करें कम

नए शोध में ये खुलासा हुआ है कि भूमध्य सागर के किनारे रहने वाले यूनानी और इटालियंस द्वारा खाये गए खाद्य-पदार्थ खाने से आपके फेफड़ों के कैंसर का खतरा बहुत कम होता है। इसके अलावा इस आहार योजना का पालन करने से आपका रेस्पिरेटरी सिस्टम भी मजबूत होता है।

हृदय रोग के जोखिम को कम करता है

भूमध्य आहार में जो खाद्य-पदार्थ शामिल हैं उनमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स की मात्रा अच्छी होती है जो हृदय, स्ट्रोक के जोखिम को कम करती है। अमेरिका की तुलना में भूममध्यसागरीय देशों में हृदय रोग की घटनाएं कम हैं।

नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है

2018 में एक शोध हुआ जिसमें ये पाया गया कि बूढ़े लोग जिन्होंने मेडिटरेनीयन डाइट को फॉलो किया उनकी नींद की गुणवत्ता में सुधार देखा गया। परन्तु यह आहार युवा लोगों की नींद को प्रभावित नहीं करता है।

अल्ज़ाइमर रोग के खतरे को करे कम

एक उम्र के बाद कुछ लोगों में अल्ज़ाइमर रोग होने लगता है। इसमें व्यक्ति हमेशा चिंता में रहता है। इसके लिए भूमध्य आहार का सेवन उपयुक्त है क्यूंकि इसमें स्वस्थ वसा, एंटी-ऑक्सीडेंट्स और अन्य कई पोषक तत्व हैं जो दिमाग को ताकत प्रदान करते हैं।

हड्डियों की मजबूती के लिए है उपयोगी

जैतून का तेल इस आहार में अहम भूमिका निभाता है और यही आपकी हड्डियों को मजबूती भी प्रदान करता है। हड्डियों के निर्माण और विकास के लिए कैल्शियम और विटामिन डी उपयोगी हैं जो मेडिटरेनीयन डाइट से आपको आसानी से प्राप्त हो जाते हैं।

गर्भावस्था में है उपयोगी

मेडिटरेनीयन डाइट के सेवन से बच्चा स्वस्थ पैदा होता है और माँ का वजन भी नियंत्रित रहता है। समय से पहले बच्चा जनने का जोखिम भी कम हो जाता है। क्यूंकि इसमें फाइबर उचित मात्रा में होता है तो गर्भावस्था के दौरान कब्ज़ की शिकायत भी नहीं होती।

अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न – क्या मेडिटरेनीयन डाइट का पालन करने से वजन कम होता है?

उत्तर – वैसे तो भूमध्य आहार वजन को घटाने के लिए बिलकुल भी नहीं बनाया गया लेकिन इसके सही रूप से और प्रबंधन के साथ सेवन करने से वजन को नियंत्रित किया जा सकता है।

प्रश्न – भूमध्य आहार के फायदे और नुकसान क्या हैं?

उत्तर – फायदे – जो आपको पसंद हो खा सकते हैं, सैचुरेटेड फैट कम है, बिमारियों के जोखिम को कम करता है।
नुकसान – दूध नियमित मात्रा में ही पी सकते हैं, घंटों का समय लगता है पकाने में, वसा भी असीमित है।

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