Leucorrhoea: महिलाओं में सफ़ेद पानी की समस्या को ठीक करने के रामबाण घरेलू उपचार Home Remedies for White Discharge in Female in Hindi
मानव-संतति(संतान) की उत्पत्ति में सर्वप्रधान मूल कारण स्त्रियां हैं। जब स्त्रियों की योनि में रोग होते हैं तो उनके कारण संतान पैदा करने में बाधा आती है। इन्हीं योनि रोगों में से एक रोग सफेद पानी का अधीन स्त्राव होना भी है, जिसे Leucorrhea भी कहते हैं।
जो लड़कियां अभी जवान हैं उनमें भी इस समस्या को अधिक पाया जाता है। यदि महीने में थोड़ा बहुत सफेद पानी का स्त्राव हो रहा है तो घबराने की बात नहीं है, लेकिन जब ये सफेद रंग से पीला और अन्य किसी रंग में बहने लगे और अधिक मात्रा में बहने लगे तो इसका मतलब अब आपको तुरंत चिकित्सा की आवश्यकता है।
इस लेख में हम आपको घरेलू और आयुर्वेदिक (Home Remedies for White Discharge in Female in Hindi) दोनों प्रकार के नुस्खे बताएंगे जो Leucorrhoea की समस्या को दूर करने में बहुत ही लाभदायक हैं। लेकिन उससे पहले जानेंगे कि Leucorrhoea होता क्या है, इसके कारण और लक्षण।
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सफेद पानी (Leucorrhoea) का स्त्राव क्या है?
जब कोई स्त्री बिना सोचे-समझे सभी रसों से युक्त पदार्थों का अधिक सेवन करती है, उसके तीनों दोष प्रकुपित होकर योनि तथा गर्भाशय में जाकर लक्षण प्रकट करते हैं। उसकी योनि जलन और दर्द से व्याकुल रहती है और उसे सफेद पानी का स्त्राव होने लगता है और दुर्गन्ध आने लगती है।
सफेद पानी (Leucorrhoea) के कारण और लक्षण
आइये अब जानते हैं सफेद पानी की समस्या क्यों होती है और इसके लक्षण क्या हैं-
स. | कारण | लक्षण |
1 | मासिक धर्म के दौरान सफाई का ध्यान न रखना | योनि में खुजली होना |
2 | होर्मोनेस के इम्बैलेंस होने से | योनि के आस-पास लाल रंग के दाने होना |
3 | अधिक तनाव के कारण | कमर में दर्द बना रहना |
4 | युवा लड़कियों में नुट्रिशन्स की कमी के कारण | शरीर में चींटी के रेंगने जैसा प्रतीत होना |
5 | वातवर्धक आहार का अधिक सेवन करने से | थकान और आलस रहना |
6 | जो स्त्री वमन एवं श्वास के वेगों को रोकती है | बुखार भी हो जाता है |
7 | प्रेगनेंसी के दौरान भी सफ़ेद पानी की समस्या होती है | मन बेचैन रहना और गुस्सा आना |
8 | प्रसव पीड़ा के प्रादुर्भाव न होने पर ही जो स्त्री गर्भ के शिशु को बाहर निकालने का प्रयास करती है | आँखों के नीचे डार्क सर्कल्स की समस्या हो जाना |
9 | बार-बार एबॉर्शन कराने की वजह से | पेट में भारीपन महसूस होना |
महिलाओं में सफ़ेद पानी की समस्या को ठीक करने के रामबाण घरेलू उपचार (Home Remedies for White Discharge in Female in Hindi)
अब समय आ गया है कि हम उन घरेलू और आयुर्वेदिक उपायों (Home Remedies for White Discharge in Female in Hindi) के बारे जानें जो सफ़ेद पानी के अधिक स्त्राव को ठीक कर सकें –
1 आंवले के चूर्ण में या रस में शहद मिलाकर चाटने से श्वेत प्रदर रोग ठीक होता है।
2. पठानी लोध के 3-4 ग्राम चूर्ण को बट के काढ़े के साथ पीना चाहिए अथवा स्त्राव के अधिक होने पर बट के क्वाथ में कोमल कपड़ा भिगोकर योनि में धारण करें।
3. जामुन के पेड़ की 2 किलो छाल लाएं, इसे अच्छी तरह धूप में सुखाकर कूटकर बारीक करके कपड़छान कर लें। बराबर भाग में मिश्री मिलाएं। 10 ग्राम की एक खुराक सुबह खाली पेट कच्चे दूध के साथ सेवन कराएं। एक महीना नियमित सेवन करें। लाल मिर्च का परहेज करें, निश्चित ही लाभ होगा।
4. पीपल के पके हुए फल को बारीक पीसकर बराबर मात्रा में शक्कर मिश्रित करके गाय के दूध के साथ स्त्री को पिला दें। इस प्रकार लगातार सेवन से 10-15 दिनों में प्रसूत और प्रदर रोग (Leucorrhoea) समाप्त हो जाएगा।
5. श्वेत प्रदर रोग में रोहीतक के मूल की छाल के चूर्ण को मिश्री और मधु मिलाकर जल के साथ सेवन करें। इससे खून की कमी भी दूर होगी और थकान एवं सुस्ती भी नहीं महसूस होगी।
6. नारियल पानी के सेवन से भी Leucorrhoea का रोग नष्ट हो जाता है। इसके साथ आप नारियल तेल में नीम का तेल मिलाकर सीधे योनि पर लगा सकते हो। इससे जलन, खुजली और दर्द से भी राहत मिलेगी।
7. इस रोग ठीक करने के लिए आप योगासनों का सहारा भी ले सकती हो जैसे सर्वांगासन, भद्रासन और मत्स्यासन ये तीनों आसन सफेद पानी की समस्या को ठीक करने (Home Remedies for White Discharge in Female in Hindi) के लिए बहुत ही उपयोगी हैं। इन आसनों से आपके पेल्विक रीजन में ब्लड सप्लाई बढ़ेगी जिससे एब्डोमेन के नीचे के सारे रोगों का नाश होगा।
8. मुट्ठीभर चावल को 1 गिलास पानी में 3 घंटे तक भिगोकर रख दें। फिर उसके बाद इसे छानकर घूंट-घूंट करके दिन में 3 बार पीएं। सफ़ेद पानी की समस्या के साथ जलन और दर्द से भी छुटकारा मिलेगा।
सफ़ेद पानी की समस्या से बचाव के उपाय
कुछ बातों का ध्यान रखकर हम Leucorrhoea की समस्या से बच सकते हैं जैसे –
- योनि की साफ़-सफाई का पूर्ण ध्यान रखें।
- हमेशा सूती अंतर्वस्त्र पहनें, सिंथेटिक पैड्स को पूरी तरह न कहें।
- अधिक मिर्च-मसाले वाले भोजन और जंक फ़ूड से परहेज करें।
- किसी भी प्रकार के कास्मेटिक प्रोडक्ट्स का प्रयोग अपने गुप्तांग पर न करें।
- पब्लिक टॉयलेट सीट का प्रयोग sanitize करने के बाद करें।
- सम्भोग के बाद अपनी योनि को अच्छे से धोएं।
सफ़ेद पानी की समस्या होने पर कैसा खान-पान रखना चाहिए
भोजन का हमारे जीवन में बहुत अधिक महत्व है। इसलिए हमें रोगों से बचने के लिए हमेशा सात्विक भोजन ही करना चाहिए। आइये अब जानते हैं Leucorrhoea होने पर कैसा खान-पान करना चाहिए –
- पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं।
- भिंडी का सेवन सफ़ेद पानी की समस्या को ठीक करने में बहुत लाभदायक है।
- नारियल पानी पीना भी बहुत उपयोगी है।
- मुलहठी, शहद आदि का सेवन भी बहुत लाभप्रद है।
- अंजीर का सेवन भी सफेद पानी की समस्या में लाभकारी है।
अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न – क्या गर्भावस्था में सफ़ेद पानी आना आम बात है?
उत्तर – जी हाँ, गर्भावस्था के दौरान योनि से सफ़ेद पानी का आस्राव होता है। इसे श्वेत प्रदर एवं ल्यूकोरिया ऑफ़ प्रेगनेंसी (Leucorrhoea of Pregnancy) कह सकते हैं।
प्रश्न – क्या सफ़ेद पानी के स्त्राव से स्वास्थ्य पर कोई बुरा प्रभाव पड़ता है?
उत्तर – यदि पीरियड्स से पहले थोड़ी सी मात्रा में पानी निकलता है तो इससे कोई प्रभाव नहीं पड़ता। लेकिन यदि सफ़ेद पानी अधिक मात्रा में, चिपचिपा और बदबूदार हो तो ये आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। इस स्थिति में तुरंत किसी अच्छे चिकित्सक को दिखाना चाहिए।
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