Saturday, September 23, 2023
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मौसम बदलते ही हो जाता है गले में इन्फेक्शन तो अपनाइये ये घरेलू उपचार | 7 Beneficial Home Remedies for Throat Infection in Hindi

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मौसम बदलते ही हो जाता है गले में इन्फेक्शन तो पनाइये ये घरेलू उपचार Beneficial Home Remedies for Throat Infection in Hindi

जैसे ही मौसम बदलता है शरीर में भी कई तरह के बदलाव होते हैं। खासकर सर्दियों के दिनों में गले में इन्फेक्शन होने की समस्या बहुत आम है। गले में संक्रमण वायरल और बैक्टीरियल दो तरह का होता है। ज्यादातर प्रदूषण की वजह से और ठंडा-गर्म खाने पर गर्म-सर्द हो जाता है, इस कारण भी गले का संक्रमण हो जाता है। गले का संक्रमण यदि वायरल है तो घबराने की बात नहीं है, ये कुछ दिनों में अपने-आप ठीक हो जाता है लेकिन यदि बैक्टीरियल है तो हमें कुछ घरेलू उपायों का प्रयोग (Home Remedies for Throat Infection in Hindi) करना पडता है जिससे ये बिल्कुल ठीक हो जाता है।

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कैसे पहचाने गले का इन्फेक्शन वायरल है या बैक्टीरियल?

गले में यदि वायरल इन्फेक्शन है तो गले में थोड़ी खराश, हल्का दर्द, नाक और आँख में से पानी चलेगा और थोड़ी-बहुत बलगम भी निकलेगी और लक्षण हल्के होंगे। इस स्थिति में आपको किसी भी दवा की जरूरत नहीं होती। वहीँ दूसरी तरफ बैक्टीरियल इन्फेक्शन में गले में बहुत दर्द और सूजन होगी एवं यहाँ तक की निगलने में भी बहुत परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इस स्थिति में चिकित्सक एंटी-बिओटिक्स देते हैं, लेकिन आप इसे कुछ लाभकारी घरेलू उपायों से भी ठीक कर सकते हो।

गले में संक्रमण के कारण और लक्षण

मौसम बदलने के साथ गले में इन्फेक्शन अधिकतर होता है लकिन इसके अन्य बहुत से कारण हैं और साथ-साथ जानेंगे इसके लक्षण भी।

स.कारण लक्षण
1वायरस और बैक्टीरिया के कारण गले में दर्द होना
2धूल-मिटटी या किसी खाद्य-पदार्थ से एलर्जी के कारण pharynx में जलन होना
3सिगरेट आदि के सेवन से हल्का बुखार होना
4शराब पीने से भी कई बार गला खराब हो जाता है जबड़े, गर्दन और कान में भी दर्द होता है
5ज्यादा मिर्च-मसाले वाला भोजन करने से सांस लेने में तकलीफ होना
6स्ट्रेप थ्रोट इन्फेक्शन के कारण बोलने में दिक्क्त होना और आवाज़ मोटी आना
7नाक बहना
8टॉन्सिल्स में पीले मवाद का जमना
9खाना निगलने में और थूक अंदर करते हुए दर्द होना

गले में इन्फेक्शन होने पर अपनाइये चमत्कारी घरेलू उपचार (Home Remedies for Throat Infection in Hindi)

वायरल गले का इन्फेक्शन हो तो कुछ ही दिनों में अपने-आप ठीक हो जाता है लेकिन बैक्टीरियल इन्फेक्शन होने पर गले में भयंकर पीड़ा होती है। इसके लिए आपको कुछ निम्नलिखित घरेलू उपाय (Home Remedies for Throat Infection in Hindi) बताये हैं, आप इन्हें आजमाइए गले का संक्रमण बिल्कुल ठीक हो जायेगा।

वायरल गले के संक्रमण का घरेलू उपाय

वायरस के द्वारा हुआ गले के संक्रमण वैसे तो 5-7 दिनों में अपने-आप ठीक हो जाता है। लेकिन फिर भी कुछ लोग जल्दी घबरा जाते हैं तो उनके लिए घरेलू उपाय –

नमक के पानी के गरारे

नमक के पानी के गरारे करने से वायरल संक्रमण में आराम मिलता है और साथ मुंह के छालों द्वारा दर्द और सूजन को ठीक करने में भी उपयोगी है। गले में खराश होने पर नमक वाले पानी के गरारे करने से काफी आराम मिलता है। इसके लिए आपको 1 बड़े कप पानी में आधा चम्मच नमक मिलाकर नित्य सुबह-शाम गरारे करने चाहिए।

भाप लें

वायरल संक्रमण द्वारा जब गला खराब होता है तो कफ जमने जाती है। इसके लिए भाप लेना अति उत्तम होता है क्यूंकि भाप नाक और गले में जमा कफ को पिघलाकर बाहर निकालने में मदद करता है। गले में नमी पहुंचती है जिससे काफी आराम महसूस होता है और साथ ही इससे चेहरे के बंद पोर्स खुल जाते हैं तथा त्वचा पर जमी गंदगी बाहर निकल जाती है और चेहरे की रंगत निखर जाती है।

आराम करें

जितनी भी वायरस के द्वारा बीमारियां होती हैं, उनमें आराम करना अपने-आप में एक औषधि की तरह ही काम करता है। इसलिए गले में इन्फेक्शन में आप जितना आराम करेंगे, उतनी जल्दी आप ठीक होंगे।

बैक्टीरियल गले के इन्फेक्शन का घरेलू उपचार

बैक्टीरियल गले के संक्रमण में गले में बहुत दर्द होता है और बोलने तथा खाना खाने में भी कठिनाई होती है। इसके लिए आप निम्लिखित घरेलू उपचार करें, (Home Remedies for Throat Infection in Hindi) निश्चित लाभ होगा।

मुलहठी और पान का पत्ता

मुलहठी में एंटी-बायोटिक और एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण भरपूर होते हैं और इसे गले के संक्रमण और घावों को भरने में कई सालों से प्रयोग किया जाता रहा है। गले में इन्फेक्शन होने पर गला दर्द होता है तो उसके लिए आपको मुलहठी के चूर्ण (1/2 से 1 चम्मच) को पान के पत्ते में रखकर दांतों से चबाकर चूसते रहें, इससे गला खुलने के साथ-साथ गले का दर्द भी ठीक होता है।

काली मिर्च

सर्दियों के दिनों में अक्सर गले में इन्फेक्शन हो जाता है, जिस कारण गला बैठ जाता है और आवाज़ कर्कश हो जाती है एवं बोलने में भी कठिनाई होती है। इसके लिए आपको रात को सोते समय 4-5 काली मिर्च बताशे के साथ चबाकर सो जाना है। काली मिर्च किसी भी प्रकार के इन्फेक्शन को ठीक करने में उपयोगी है तथा इसके साथ-साथ जोड़ो के दर्द को दूर करने और मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए भी प्रयोग की जाती है।

लहसुन

लहसुन में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-सेप्टिक गुण आपके बैक्टीरियल गले के संक्रमण को ठीक करने में बहुत उपयोगी हैं और साथ ही गले में होने वाले दर्द (Home Remedies for Throat Infection in Hindi) हो भी दूर करता है। लहसुन को गले के संक्रमण में खाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप एक कली लहसुन की मुंह में रखकर चबाएं और 15 मिनट के लिए उसे चूसते रहें, आप चाहें तो साथ थोड़ी सी शहद भी मुंह में डाल लें। क्यूंकि चबाने पर लहसुन से एलेकिन नामक पोषक तत्व निकलता है जिसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं।

सोंठ और शहद

सोंठ में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो गले में होने वाली जलन और सूजन को ठीक करने में अत्यंत फायदेमंद हैं। इसके साथ शहद गले को सुखदायक अहसास कराता है। आपको 1/4 चम्मच सोंठ लेनी है और उसमें 1 चम्मच शहद अच्छे से मिला लेना है। इस मिश्रण को मुंह रखकर चूसते रहें और दिन में दो बार इसका सेवन अवश्य करें।

कुछ सामान्य प्रश्नोत्तर

प्रश्न – गले की एलर्जी के लिए कौनसा घरेलू उपाय कारगर है?

उत्तर – गले की एलर्जी होने पर आपक नमक वाले पानी के गरारे कर सकते हैं और साथ ही आप हल्दी वाले दूध का सेवन करें। इन दोनों उपायों से काफी लाभ मिलेगा।

प्रश्न – गले की खराश के लिए कौनसी टेबलेट लें?

उत्तर – मुलहठी को मुंह में रखकर चूसते रहें अब इससे अच्छी टेबलेट और क्या होगी। इसके अलावा आप स्ट्रेपसिल्स भी चूस सकते हैं।

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