Saturday, December 2, 2023
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बच्चे के पेट दर्द के भारतीय घरेलू उपचार | Indian Home Remedies For Stomach Pain for Child in Hindi

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बच्चे के पेट दर्द के भारतीय घरेलू उपचार Indian Home Remedies For Stomach Pain for Child in Hindi

बच्चों में पेट दर्द होना आम बात है। 2 वर्ष से नीचे के बच्चों को जब पेट में दर्द होता है तो वो रोते हैं क्यूंकि वो बता नहीं सकते कि उन्हें क्या हो रहा है। लेकिन 2 से 5 वर्ष के बच्चे ये बता सकते हैं कि उन्हें क्या तकलीफ हो रही है। पेट दर्द के कारण और भी कई स्वास्थ्य-सम्बन्धी रोग हो सकते हैं, इसलिए इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

बच्चों में जब पेट दर्द होता है तो वो छाती तक और ग्रोइन एरिया तक भी जाता है। स्थिति में बच्चा इतना रो रहा होता है कि माँ-बाप भी बहुत परेशान हो जाते हैं क्यूंकि बच्चा बता ही नहीं सकता कि उसे कहाँ दर्द हो रहा है। आइये जानते हैं ऐसे लक्षण जिससे ये पता चलता है कि बच्चा पेट दर्द की वजह से रो रहा है।

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बच्चों में पेट दर्द के कारण और लक्षण

आइये अब जानते हैं बच्चों में क्यों होता है पेट दर्द और इसके क्या लक्षण हैं।

स.कारण लक्षण
1 6 महीने से छोटे बच्चे जो लेटे रहते हैं, गैस पास न होने के कारण पेट दर्द होता है पेट पर हाथ लगाने पर उसका सख्त महसूस होना
2 दूध में पाए जाने वाले प्रोटीन से कुछ बच्चों को एलर्जी होती है। इस वजह से भी दर्द होता है और दस्त भी लग सकते हैं। पेट दबाने पर ज्यादा रोने लगेगा
3 बदहजमी और कब्ज़ के कारण भी बच्चों के पेट में दर्द होता है। यदि कुछ समय पहले दूध पिया है और गैस पास नहीं हुई तो उसकी वजह से भी दर्द होता है
4 बच्चे अक्सर मुंह कुछ न कुछ डाल लेते हैं जिसकी वजह से इन्फेक्शन हो जाता है जो पेट दर्द का कारण बनता है। बच्चा पोटी करते समय या उससे पहले रोता है
5 आँतों में इन्फेक्शन होने से भी पेट दर्द होता है बच्चे का बालासन की स्थिति में लेटना ताकि उसकी गैस पास हो सके
6 कई बार बच्चा सांस लेते बोतल से दूध पीते हुए ज्यादा हवा खींच जाता है। उस वजह से भी पेट दर्द हो सकता है त्वचा पर दाने और दस्त की समस्या होना
7 पेशाब के इन्फेक्शन के कारण भी पेट दर्द होता है ज्वर(बुखार) भी हो सकता है
8 2-5 वर्ष के बच्चे यदि कोई फ्राइड या जनक फ़ूड खा लें कब्ज़ की वजह से हार्ड और सूखा स्टूल आना भी एक लक्षण है
9 पेट में कीड़े होने की वजह से भी कुक्षि में दर्द होता है यदि पोटी का रंग लाल, मैरून और काला है तो ये चिंता का विषय है

पेट के किस हिस्से में दर्द होने पर कौनसी बीमारी हो सकती है?

ये साड़ी बात मैं आपको एक चित्र की मदद से समझाने की कोशिश करूंगा। नीचे चित्र को ध्यान से देखिये –

पेट के किस हिस्से में दर्द होने पर कौनसी बीमारी हो सकती है?

बच्चे के पेट दर्द के भारतीय घरेलू उपचार (Indian Home Remedies For Stomach Pain for Child in Hindi)

दादी-नानी के पास ऐसे नुस्खे ( Indian Home Remedies For Stomach Pain for Child in Hindi ) होते थे जिनसे बच्चे के पेट में दर्द होते ही 5-10 मिनट में दर्द छूमंतर हो जाता था। आइये जानते हैं कुछ आसान घरेलू उपाय –

सौंफ का पानी

1 गिलास पानी में 2 या 3 चम्मच सौंफ मिला लें। फिर इसे अच्छी तरह उबाल लें। उबालना तब तक है जब पानी आधा गिलास न रह जाए। इसके बाद इसे छान लें और सौंफ को फेंक दें।

सेवन की विधि – अब बचे हुए पानी को 2-2 घंटे के अंतराल के बाद अपने बच्चे को 1 या 2 चम्मच पिलायें। आप यकीन करें कि बच्चे का पेट एकदम नर्म हो जाएगा और गैस की समस्या और इन्फेक्शन से भी छुटकारा मिल जाएगा।

गर्म पानी से सिकाई

पानी में अजवाइन डालकर उसे गर्म कर लें। फिर कोई कॉटन का कपड़ा डालकर उसे निचोड़ लें। इसके बाद उसे बच्चे के पेट पर रखकर सेक करें। इससे बच्चे के पेट दर्द में बहुत आराम मिलेगा। इसे दिन में 4-5 बार करें।

अदरक

यदि ज्यादा खाने की वजह से बच्चे के पेट में दर्द हो गया या मरोड़ उठने शुरू हो गए हैं तो अदरक का छोटा-सा टुकड़ा खिलाने से या अदरक का रस निकाल लें, उसे अपने बच्चे को पिलायें।

नोट – 2 वर्ष से कम बच्चों को अदरक न दें और 2 से वर्ष के बच्चों को भी 1/4 चम्मच ही अदरक का रस दें।

गुलाब का अर्क करे बच्चों का पेट दर्द दूर


गुलाब के फूलों का अर्क वात और पित्त दोनों को नियंत्रित करता है। 2 वर्ष से कम बच्चों को इसका आधा चम्मच देने से बदहजमी, पेट फूलना, पेट दर्द जैसी समस्या से राहत मिलती है। 2 से 5 वर्ष के बच्चे 1 चम्मच ले सकते हैं। साथ ही यह मुंह की सूजन और गले के दर्द के लिए भी बहुत उपयोगी है।

नोट – मेरी नानी मुझे गुलाब के फूलों का अर्क ही दिया करती थी जब भी मेरा पेट दर्द होता था – ऐसा मेरी माँ ने मुझे बताया।

हींग से करें बच्चों के पेट दर्द का इलाज

हींग का पेस्ट लगाने से बच्चे के पेट का दर्द हो या मरोड़ हो, कुछ ही देर में ठीक हो जाएगा। इसे बनाने के लिए 1 बड़े चम्मच में पानी लीजिये और चटकी भर हींग उसमें डालकर हल्का गुनगुना कर लीजिये। फिर रुई की सहायता से इस पेस्ट को बच्चे के पेट पर लगाइये।

अन्य कुछ तरीके जो बच्चे के पेट का दर्द कम करने में सहायक हैं

कुछ आसान तरीके जानते हैं जो घरेलू उपचार ( Indian Home Remedies For Stomach Pain for Child in Hindi) करने से पहले करके देख लेने चाहिए जिससे बच्चे के पेट का दर्द ठीक हो जाए।

  • 2 से 5 वर्ष का बच्चा है तो कुछ देर पेट के बल लेटकर देखना चाहिए, इससे भी फर्क महसूस होता है।
  • यदि उल्टी या दस्त के कारण पेट दर्द है तो बच्चे को हाइड्रेट रखना जरूरी है।
  • बच्चे का खाने का मन नहीं है तो उसे भोजन न दीजिये और देना भी हो तो हल्का भोजन दें जैसे खिचड़ी आदि।
  • कोई भी दवाई दें तो चिकित्सक से सम्पर्क करने के बाद ही दें।
  • ध्यान रखें कि पानी साफ़ और शुद्ध हो।
  • बच्चे को दूध देने के बाद उनकी डकार अवश्य निकलवा दें
  • बच्चे को भोजन कराने के बाद उसके सिर को ऊंचाई वाले तकिये पर रखने से भी खाना जल्दी हजम होता है और पेट में गैस भी नहीं बनती।
  • बच्चे के पेट पर हल्की मसाज अवश्य करें, सर्कुलर मोशन में करने से पेट दर्द में आराम मिलता है।
  • गर्म पानी से स्नान कराना भी पेट दर्द ठीक करता है।
  • बच्चे की टांगों को साइकिलिंग मोशन में घुमाने से भी गैस पास होती है और पेट दर्द में आराम मिलता है।

डॉक्टर को कब दिखाएं

तुरंत चिकित्सक के पास जाएँ जब आपके बच्चे को ये तकलीफ हो –

  1. कोई एब्डोमिनल इंजरी हुई हो पास्ट में
  2. सांस लेने में तकलीफ
  3. ज्यादा सख्त और फूला हुआ पेट हो
  4. अचानक बहुत तेज पेट दर्द हो जाए
  5. मल और उल्टी में यदि खून आ जाए
  6. मल त्यागने में तकलीफ हो रही हो
  7. पेशाब करते हुए दर्द होना

निष्कर्ष

हालाँकि बच्चे के पेट में दर्द होना इतना चिंताजनक नहीं है परन्तु आपको जल्द ही डॉक्टर को दिखाना चाहिए यदि आपको कोई गंभीर लक्षण दिखाई दें। इन ंभीर लक्षणों के दिखाई देने पर home remedies के बजाए तुरंत चिकित्सक के पास जाएँ।

प्रश्नोत्तर

प्रश्न – बच्चे के पेट बार-बार दर्द क्यों होता है?

उत्तर – देखिये इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे बदहजमी, दूध से एलर्जी, कब्ज़ होने की वजह से, जंक फ़ूड और ओवर ईटिंग के कारण भी बच्चों का पेट बार-बार दर्द होता है।

प्रश्न – बच्चों को पेट दर्द होने पर क्या करें?

उत्तर – यदि आपको कोई गंभीर लक्षण दिख रहे हैं जैसे मल में खून आना, पेशाब करते हुए दर्द होना, अचानक बहुत तेज पेट दर्द होना। इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर के पास जाएँ। यदि बच्चे का पेट गैस की वजह से दर्द है तो हींग का पेस्ट मल दीजिये या सौंफ का पानी पीला दीजिये, इससे काफी आराम मिलेगा।

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