7 Home Remedies for PCOD in Hindi पीसीओडी का लक्षण क्या है और घरेलू उपचार
pcod – polycystic ovarian disorder भारत में ही नहीं पूरे विश्व की महिलाओं में होने वाली बहुत ही आम समस्या है। 10 में 1 महिला इस बीमारी से पीड़ित होती है। लेकिन कई बार महिला को ये पता ही नहीं चलता कि वह pcod से पीड़ित है और वह लापरवाही कर बैठती हैं। जब भी किसी महिला का अचानक वजन बढ़ जाए या उनके चेहरे पर तेजी से बाल उगने लग जाए तो उन्हें एक बार pcod का टेस्ट जरूर करवाना चाहिए। वैसे कुछ घरेलू नुस्खों (Home Remedies for PCOD in Hindi) द्वारा और आहार एवं जीवनशैली में कुछ परिवर्तन करने से आप pcod की समस्या से मुक्ति पा सकती हैं।
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Table of Contents
पीसीओडी के लक्षण
निम्नलिखित लक्षणों द्वारा महिला को जान लेना चाहिए कि उसे pcod है –
स. | लक्षण |
1 | अनियमित और ज्यादा लम्बे पीरियड्स आना |
2 | पीरियड्स आना बंद हो जाना |
3 | माँ बनने में परेशानी होना |
4 | चेहरे पर अनचाहे बाल आना |
5 | अचानक से वजन बढ़ जाना |
6 | कील-मुंहासे होना |
7 | चिड़चिड़ापन होना |
पीसीओडी क्या है
पीसीओडी में महिला को ओवरी के अंदर सिस्ट बन जाते हैं जिसकी वजह से उनके पीरियड बंद हो जाते है। ये एक ऐसी अवस्था है जिसमें अंडाशय कई अपरिपक्व अण्डों का निर्माण करते हैं जो बाद में सिस्ट का रूप ले लेते हैं। कई बार तो 2 से 5 महीने तक पीरियड्स आते ही नहीं। इस वजह से महिला को माँ बनने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
पीसीओडी क्यों होता है (Causes of PCOD)
हार्मोनल बदलाव के अलावा अन्य कई कारण होते हैं आइये जानते है –
पीसीओडी का घरेलू उपचार (Home Remedies for PCOD in Hindi)
निम्नलिखित घरेलू उपचारों द्वारा आप पीसीओडी की समस्या से निजात पा सकती हैं –
सूखा धनिया और आंवला
सूखा धनिया गुणों की खान है और आंवले का प्रयोग क्लींजिंग करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इन दोनों के संयोग से pcod की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। आइये जानते हैं सेवन की विधि –
सेवन का तरीका – सूखा धनिया चूर्ण और आंवला चूर्ण (100-100 ग्राम) को 500 ml पानी में मिलाकर मध्यम आंच पर पकाएं और जब एक कप पानी रह जाए तो इसे छानकर हल्का ठंडा होने दें। इसका सेवन सुबह खाली पेट और शाम को भोजन से एक घंटा पहले करें।
मुलेठी और दालचीनी
दालचीनी मासिक धर्म से जुडी परेशानियों को दूर करने में बहुत उपयोगी है और साथ ही दस्त और टीबी जैसे रोगों में भी लाभकारी है। इसके साथ ही मुलेठी में एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-बायोटिक गुण मौजूद होते हैं हो सर्दी-खांसी और फ्लू के साथ ही अनियमित पीरियड्स की समस्या को दूर करने में फायदेमंद है। इन दोनों का काढ़ा पीने से pcod की समस्या में लाभ मिलता है।
काढ़ा बनाने का तरीका – एक कप में आधा चम्मच मुलेठी पाउडर और आधा चम्मच ही दालचीनी पाउडर मिलाकर धीमी आंच पर पकाएं और एक उबाल आने पर इसे छानकर रख दें। जब थोड़ा गुनगुना हो जाए तो इसका सेवन करें। 15-20 दिनों के प्रयोग में ही फर्क दिखने लगेगा।
अलसी
अलसी में अच्छी मात्रा में विटामिन ए होता है और एंटी-ऑक्सीडेंट्स भी होते हैं जो बालों और त्वचा के लिए बहुत ही फायदेमंद हैं। इसके साथ ही हृदय रोग और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी ये फायदेमंद है। महिलाओं में पीसीओडी की दिक्क्त होने पर एण्ड्रोजन लेवल बढ़ जाता है, लेकिन अलसी का प्रयोग करने से एस्ट्रोजन लेवल बढ़ेगा और एण्ड्रोजन घटेगा।
प्रयोग का तरीका – 200 ग्राम अलसी के बीजों को कूटकर चूर्ण बना लें। फिर इस चूर्ण को किसी डिब्बे में सुरक्षित रख लें। अब दो गिलास पानी में एक चुटकी नमक जैतून और एक चुटकी खाने वाला सोडा मिलाएं। इस पानी के साथ एक चम्मच अलसी खाएं। 3 दिनों में ही ये नुस्खा असर दिखाने लगेगा। सुबह खाली पेट या दोपहर के खाने के बाद इसका सेवन अति उत्तम है।
पीसीओडी के लिए योगासन
भद्रासन, वज्रासन, मत्स्यासन, उष्ट्रासन, पवनमुक्तासन और विपरीतकरिणी – इन आसनों को करने से pcod की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। क्यूंकि पीसीओडी की समस्या का सबसे बड़ा कारण गतिहीन जीवनशैली ही है। 50% से ज्यादा महिलाएं मोटापे के कारण ही इस रोग की शिकार हैं। योगासन के साथ ही आप कपालभाति क्रिया भी करें, जल्दी लाभ मिलेगा।
पीसीओडी में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं
आप सिर्फ डाइट में बदलाव करके भी pcod की समस्या से राहत पा सकती हैं। आइये जानते हैं क्या खाएं और क्या नहीं –
क्या खाएं –
- पालक, मेथी, ब्रोक्कोली और अन्य हरी पत्तेदार सब्जियां खाएं
- अलसी के बीज आहार में जरूर शामिल करें
- सेब, अंगूर, संतरा, केला जैसे फल जरूर खाएं
- गाय का दूध अवश्य पीएं
- दोपहर के भोजन में मौसमी सब्जियां उबालकर खाएं
- ज्वार की रोटी बहुत फायदेमंद है
- छाछ का सेवन अवश्य करें
- रात के खाने में टमाटर, गाजर, चकुंदर, अंकुरित चना और मूंग खाएं
क्या न खाएं –
- ज्यादा चीनी का सेवन न करें
- अधिक मिर्च-मसाले वाले भोजन से दूर रहें
- कॉफ़ी, चाय भी न पीएं
- तले-भुने भोजन का सेवन भी प्रतिबंधित है
- पैक्ड फ़ूड का सेवन बिल्कुल न करें
- जंक फ़ूड भी न खाएं
- शराब पीना छोड़ दें
अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न – पीसीओडी में क्या प्रॉब्लम होती है?
उत्तर – पीसीओडी में महिलाओं का वजन अचानक से बढ़ जाता है और चेहरे पर अनचाहे बाल भी आने लगते हैं। हार्मोनल गड़बड़ी और गलत खान-पान की वजह से ओवरी में छोटे-छोटे सिस्ट बन जाते हैं, जिससे कंसीव करने में दिक्क्त आती है।
प्रश्न – पीसीओडी को कैसे खत्म करें?
उत्तर – नियमित व्यायाम, उचित खान-पान और कुछ घरेलू उपाय आजमाकर आप पीसीओडी को जड़ से समाप्त कर सकते हैं।
प्रश्न – पीसीओडी में कौन सी एक्सरसाइज करें?
उत्तर – तितली आसन, धनुरासन और अर्धमत्स्येन्द्रासन – ये तीनों आसन पीसीओडी में बेस्ट हैं।
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