क्यों माना जाता है सहजन को विश्व का सर्वोत्तम और सम्पूर्ण आहार 11 Health Benefits of Drumsticks in Hindi
हर अच्छी सेहत चाहने वाले मनुष्य को सहजन का सेवन अवश्य करना चाहिए क्यूंकि इसमें आपको सभी तरह के विटामिन्स और मिनरल्स मिल जाएंगे जो आपके शरीर को स्वस्थ रखने के लिए उपयोगी हैं। जो युवा कसरत करते हैं उनके लिए सहजन का सेवन करना अति फायदेमंद हैं। इसके सेवन से आपको किसी बाहरी डब्बे बंद प्रोडक्ट का सेवन करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी क्यूंकि आपको सभी जरूरी पोषक तत्व इसी से प्राप्त हो जाएंगे। तो चलिए जानते हैं सहजन क्या है? इसके फायदे (Health Benefits of Drumsticks in Hindi) और इसमें क्या-क्या पाया जाता है?
अश्वगंधा के फायदे, सावधानियां और प्रयोग करने का तरीका जानने के लिए लिंक पर क्लिक करें
Table of Contents
सहजन क्या है?
सहजन, जिसे ड्रमस्टिक्स के नाम से भी जाना जाता है। इसका वनस्पति नाम मोरिंगा ओलिफेरा है। भारत में सहजन की कच्ची फलियों का सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाता है। लोग इसकी सब्जी बहुत खुश होकर खाते हैं क्यूंकि इसमें सभी प्रकार के विटामिन्स और मिनरल्स मौजूद होते हैं। सहजन के पौधे की लम्बाई 10 मीटर तक होती है लेकिन 2-3 मीटर उगने पर ही लोग इसे काट देते हैं।
सहजन में पाए जाने वाले पोषक तत्व
सहजन में सभी प्रकार के विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं। जो लोग कसरत करते हैं, उनके लिए सहजन का सेवन बहुत ही उपयोगी है क्यूंकि इसके सेवन के बाद आपको कोई भी बाहरी डिब्बाबंद प्रोडक्ट लेने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
विटामिन्स/मिनरल्स | मात्रा (प्रति 100 ग्राम) |
कैल्शियम | 30 मिलीग्राम |
मैग्नीशियम | 45 मिलीग्राम |
पोटैशियम | 461 मिलीग्राम |
फाइबर | 3.2 ग्राम |
बीटा-कैरोटीन | |
प्रोटीन | 2.10 ग्राम |
विटामिन सी | 141 मिलीग्राम |
विटामिन ए | 0.09 मिलीग्राम |
आयरन | 0.36 मिलीग्राम |
एमिनो एसिड | |
विटामिन बी1, बी2, बी3, बी5, बी6 | 0.0530, 0.074, 0.620, 0.794, 0.120 मिलीग्राम |
कार्बोहाइड्रेट्स | 8.53 ग्राम |
सोडियम | 42 मिलीग्राम |
फोलेट | 44 माइक्रोग्राम |
फ़ास्फ़रोस | 50 मिलीग्राम |
वसा | 0.20 ग्राम |
पानी | 88.20 ग्राम |
सहजन के फायदे (Health Benefits of Drumsticks in Hindi)
सहजन के इतने फायदे कि आप सोच भी नहीं सकते और जो लोग पहली बार इसका नाम सुन/देख रहे हैं तो वो भी सोचेंगे कि काश इसके बारे पहले पता होता। तो चलिए जानते हैं इसके स्वास्थ्य स्वास्थ्य सम्बन्धी फायदे –
बालों का झड़ना और समय से पहले सफेद होना रोकता है
आजकल छोटी उम्र में ही बच्चों के बाल झड़ने लगे और सफेद भी होने लगे हैं। इसका बड़ा कारण दूषित वातावरण और खाने में पोषक तत्वों की कमी है। इसलिए सहजन में वो सभी पोषक तत्व हैं जो बालों की ग्रोथ के लिए उपयोगी हैं। समय से पहले बालों के सफेद होने और झड़ने को रोकने के लिए सहजन की फलियों की सब्जी का सेवन उपयोगी है।
अस्थमा के लिए है उपयोगी
अकेले भारत में ही 3 करोड़ के लगभग मरीज अस्थमा से पीड़ित हैं और वहीं दूसरी तरफ भारत मोरिंगा का सबसे बड़ा उत्पादक देश भी है। क्यूंकि लोगों को सहजन की विशेषताओं के बारे में पता ही नहीं है। सहजन की पत्तियों का सूप पीने से अस्थमा में काफी लाभ (Health Benefits of Drumsticks in Hindi) मिलता है।
सहजन बढ़ाये रोग-प्रतिरोधक क्षमता
एंटी-ऑक्सीडेंट्स, एंटी-बैक्टीरियल और विटामिन सी से भरपूर सहजन रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में बहुत उपयोगी है। जैसा कि सभी जानते हैं कि कमजोर इम्युनिटी के कारण कई बीमारियां मनुष्य को घेर लेती हैं तो इसके लिए आपको सहजन के फूल की सब्जी का सेवन करना चाहिए।
पेट फूलने की समस्या को सहजन करता है दूर
भोजन के उपरान्त जिन लोगों को पेट फूलने की समस्या होती है, वे लोग सहजन को किसी न किसी रूप में अपने आहार में शामिल करें। जैसे की दाल में, सूप में आदि। हफ्ते में 2 या 3 दिन सहजन का सेवन करने से पेट में गैस बनना, पेट फूलना आदि समस्याएं दूर हो जाती है।
खून की कमी को करता है दूर
आयरन की प्रचुर मात्रा होने की वजह से यह शरीर में होने वाली खून की कमी को दूर करता है। इसके लिए आप सहजन की पत्तियों का चूर्ण बना लें और इसका 1/2 चम्मच किसी सब्जी या सलाद में डालकर लें। इसको पकाने से इसमें मौजूद पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं।
त्वचा रोगों को ठीक करने में है उपयोगी
सहजन के फूलों और बीजों में मौजूद प्राकृतिक तत्व आपके सौंदर्य को निखारने में बहुत मददगार होते हैं। जिन लोगों को धूप में आने जाने से सन बर्निंग की समस्या है या अन्य कोई भी त्वचा रोग है तो उसमें सहजन के फूलों और बीजों को पीसकर पेस्ट बना लें और त्वचा पर लगाएं एवं आहार में सहजन की फलियां जरूर शामिल करें।
वायरल बुखार को ठीक करने में है फायदेमंद
कुछ लोगों को मौसम बदलते सर्दी-खांसी और बुखार जकड़ लेता है, उनके लिए सहजन की छाल का काढ़ा रामबाण है। इसे पीने से बुखार जल्दी उतर जाता है और फिर मौसम बदलने पर सर्दी-खांसी और बुखार की समस्या नहीं होती।
पुरुषों के लिए सहजन के लाभ
पुरुषों के लिए तो सहजन अमृत समान है। आइये जानते हैं कैसे –
- जिन पुरुषों में लिंग में तनाव आने की समस्या है, वे इसका प्रयोग अवश्य करें
- शुक्राणुओं की कमी और शीघ्रपतन में भी लाभकारी है
- 50 वर्ष के बाद प्रोस्टेट की समस्या नहीं होने देता
- सजहन के फूल प्रजनन तंत्र को मजबूत करते हैं
- ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में भी उपयोगी है
महिलाओं के लिए सहजन के लाभ
जैसे पुरुषों के लिए सहजन फ़ायदेमंद है, उसी प्रकार महिलाओं के लिए भी बहुत उपयोगी है –
- महिलाओं की त्वचा को खूबसूरत बनाता है
- पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द और अधिक रक्तस्त्राव में फायदेमंद है
- 45 वर्ष के बाद पीरियड्स रुकने के बाद वजन बढ़ने को नियंत्रित करता है
- गर्भाशय में गाँठ की समस्या नहीं होने देता
- जिन महिलाओं को लम्बे समय से मासिक धर्म नहीं आया है, वे खान-पान में सहजन का प्रयोग करें
- महिलाओं में कमर दर्द और जोड़ों के दर्द में भी उपयोगी है
सहजन की पत्ती और फली के नुकसान
अब इतने सारे फायदों के बाद बात करते हैं नुकसान की। क्या सच में सहजन के नुकसान भी हैं? जी नुकसान तो नहीं कह सकते लेकिन साइड-इफेक्ट्स जरूर हैं जैसे –
- खून पतला करने की दवाएं ले रहे हैं तो इसका प्रयोग न करें
- पित्त प्रवृत्ति के लोग भी इसका सेवन न करें
- अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट खराब भी हो सकता है
- तासीर गर्म होने की वजह से गर्मियों के मौसम में कम मात्रा में सेवन करें
निष्कर्ष
सहजन की फलियों की सब्जी आप निश्चित होकर बनाकर खाएं लेकिन इसके जो अन्य प्रयोग हैं जैसे इसकी छाल का काढ़ा, इसके पत्तों का रस, इसकी गोंद का प्रयोग – यह सब आप किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से पूछकर ही करें क्यूंकि प्रत्येक व्यक्ति के शरीर की प्रकृति अलग होती है और वे कहाँ रहता है, ये सब पहलू देखकर ही वैद्य इसके सेवन की सलाह देते हैं।
अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न – सहजन की तासीर कैसी होती है?
उत्तर – सहजन की तासीर गर्म होती है।
प्रश्न – सहजन गोंद के फायदे क्या हैं?
उत्तर – सहजन गोंद जोड़ों के दर्द, कान बंद हो जाना, सर्दी-जुकाम आदि में बहुत फायदेमंद है।
प्रश्न – सहजन की छाल का काढ़ा कितना पीना चाहिए?
उत्तर – ये हर मनुष्य की शरीर की प्रवृत्ति और वह कहाँ रहता है – इन दोनों चीजों को देखकर वैद्य निर्धारित करता है। लेकिन आमतौर पर 40 से 60 ml तक इसका सेवन किया जा सकता है।
प्रश्न – सहजन के पत्तों का रस कितना सेवन करना चाहिए?
उत्तर – सहजन के पत्तों का रस 1 से 3 चम्मच तक ले सकते हैं लेकिन पहले किसी अच्छे आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श कर लें।
इन्हें भी पढ़ें –
डाउनलोड करें आयुर्वेदिक बुक जिसमें आपको सभी बिमारियों के घरेलू उपचार मिल जाएंगे
जाने पेशाब की नली में संक्रमण होने का आयुर्वेदिक उपचार