Sunday, December 3, 2023
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किन कारणों से होती है फ़ूड पॉइज़निंग, लक्षण और घरेलू उपचार | 5 Magical Food Poisoning Treatment Home Remedies in Hindi

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किन कारणों से होती है फ़ूड पॉइज़निंग, इसके कारण, लक्षण और घरेलू उपचार Food Poisoning Treatment Home Remedies in Hindi

फ़ूड पोइज़निंग वैसे तो एक समस्या है। ये कभी भी किसी को भी हो सकती है लेकिन इसमें ज्यादातर इंसान की स्वयं की गलती होती है। आजकल लोग ज्यादातर बाहर का खाना पसंद करते हैं, अब वो खाना जिस तेल में बनाया जा रहा है, जो सब्जियां प्रयोग की जा रही हैं अच्छे से धुली हैं या नहीं, खाना जो बना था है उसने अच्छे से हाथ धोएं हैं या नहीं। इसका हमें कुछ नहीं पता होता और इस भोजन के सेवन से ज्यादातर फ़ूड पोइज़निंग (Food Poisoning Treatment Home Remedies in Hindi) की समस्या होती है।

जब मौसम बदलता है और अक्सर बारिश के मौसम में भी फ़ूड पोइज़निंग की समस्या अधिकतर होती है क्यूंकि इन दिनों जठराग्नि मंद पड़ जाती है, जिससे पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है और इस मौसम में अक्सर हम तले-भुने भोजन का लुत्फ़ उठाते हैं जो पचाने में कठिन होता है। लेकिन फ़ूड पोइज़निंग के लिए ऐसे घरेलू उपचार हैं (Food Poisoning Treatment Home Remedies in Hindi) जो आपको तुरंत राहत दिलाने में सहायक हैं। लेकिन पहले जानेंगे फ़ूड पॉइज़निंग के कारण और लक्षण –

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फ़ूड पॉइज़निंग क्या होता है?

ज्यादातर दूषित भोजन करने से फ़ूड पॉइज़निंग होती है। बैक्टीरिया, वायरस और अन्य जीवाणु लम्बे समय तक पड़ा रहने वाला भोजन, सफाई का ध्यान न रखने से ये वायरस और बैक्टीरिया खाने को खराब कर देते हैं और जब व्यक्ति इसे खाता है तो फ़ूड पॉइज़निंग का खतरा बढ़ जाता है। पेट में जो अग्नि प्रदीप्त होती है जब वो मंद पड़ जाए और उस समय हम गरिष्ठ भोजन कर लें तो भी आहार विषाक्तता हो सकती है।

आहार विषाक्तता (Food Poisoning) के कारण और लक्षण

आहार विषाक्तता होने पर शरीर कई तरह के संकेत देता है। उसे जल्द ही समझकर हमें उसका उपचार करना चाहिए। इसके कारण निम्नलिखित हैं –

आहार विषाक्तता (Food Poisoning) के कारण और लक्षण

फ़ूड पॉइज़निंग को ठीक करने के लिए घरेलू उपचार (Food Poisoning Treatment Home Remedies in Hindi)

भोजन जहर (फ़ूड पॉइज़निंग) होने पर आप इसे घर पर ही घरेलू नुस्खों (Food Poisoning Treatment Home Remedies in Hindi) द्वारा ठीक कर सकते हो। यदि पेट में दर्द बहुत बढ़ जाए तो लगातर होता रहे तो तुरंत चिकित्सक को सम्पर्क करना चाहिए –

तुलसी और दही का सेवन करेगा खाद्य विषक्तता को दूर

दही में प्रोबिओटिक्स होते हैं और तुलसी में रोगाणुरोधी गुण सूक्ष्मजीवों से लड़ते हैं और जो दूषित भोजन के कारण अंदर विष फैला है उसे खत्म करते हैं।

प्रयोग का तरीका – एक कटोरी दही में 3-4 पत्तियां तुलसी की और 1 चुटकी काली मिर्च एवं एक चुटकी नमक मिलाकर खाएं।

नीम्बू के रस से होगी फ़ूड पॉइज़निंग दूर

नीम्बू हमारे पाचन तंत्र और पाचन शक्ति को सुधारता है। इसमें मौजूद विटामिन सी वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है। इसका फ़ूड पॉइज़निंग में इस तरह प्रयोग करें –

प्रयोग कैसे करें – आधे नीम्बू का रस आधे गिलास पानी में घोलें और एक छोटी इलाइची के दाने भी इस पानी में मिला दें। फिर दो-दो घंटे बाद इसे पियें। भोजन विषाक्तता के कारण होने वाली उल्टी और शरीर में आई कमजोरी में बहुत लाभ मिलेगा।

जीरा और अजवाइन भी हैं फ़ूड पॉइज़निंग में लाभकारी

अजवाइन और जीरा में एंटी-फंगल, एंटी-इंफ्लेमेटरी एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं। जो फ़ूड पॉइज़निंग से होने वाला पेट दर्द होता (Food Poisoning Treatment Home Remedies in Hindi) है उसमें इनका प्रयोग काफी प्रभावशाली देखा गया है। आइये जानें इसका प्रयोग –

प्रयोग का तरीका – काला नमक – 2gm, अजवाइन – 2gm, जीरा – 2gm, चीनी- 2gm इन सबको बारीक कर लें और चूर्ण बना लें। इस चूर्ण में थोड़ा-सा नीम्बू निचोड़ें और इसे हल्के गर्म पानी के साथ खाएं।

भारंगी का काढ़ा करेगा भोजन जहर का जड़ से खात्मा

भारंगी कफ और वात शामक है। इसका प्रयोग पाचन शक्ति को दुरुस्त करने के लिए किया जाता है। यह स्वाद में थोड़ी कड़वी, रूक्ष और गर्म होती है। सभी उदर रोगों में खासकर फ़ूड पॉइज़निंग होने पर इसका प्रयोग निम्नलिखित प्रकार करने से फ़ायदा होता है –

प्रयोग का तरीका – भारंगी के 4-5 पत्तों को अच्छे से कूटकर 1 गिलास में मिलाकर इसे अच्छे से उबालें और जब पानी आधा गिलास रह जाए तो इसको हल्का होने तक रख दें। फिर इसे घूंट-घूंट करके पीएं। फ़ूड पॉइज़निंग के साथ जो सिरदर्द की समस्या होती है उसे भी ठीक करेगा ये काढ़ा। ये प्रयोग किसी अच्छे आयुर्वेदिक चिकित्सक के परामर्श से ही करें।

केला करेगा फ़ूड पॉइज़निंग को दूर

केले के अंदर पोटैशियम और फाइबर प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं। ये पेट के लिए बहुत ही उपयोगी है। केला फ़ूड पॉइज़निंग से जल्दी रिकवरी कराता है और जो इस कारण दस्त होते हैं, उन्हें भी जल्द ही नियंत्रित करता है। इसका प्रयोग दही के साथ इस तरह से करें –

प्रयोग कैसे करें – एक केले को 1 कटोरी दही में मैश कर दें और आप चाहे तो इसमें एक इलाइची के दाने भी मिला सकते हैं। इससे दस्त जल्द ही ठीक हो जाएंगे।

फ़ूड पॉइज़निंग में क्या खाएं और क्या न खाएं

खाने-पीने की आदतों में यदि हम सुधार कर लें तो आप यकीन मानिये हम 99% रोगों से मुक्ति पा सकते हैं –

क्या खाएं –

  • पानी पीते रहें ताकि आप हाइड्रेट रहें
  • सूप, दाल का पानी ले सकते हैं
  • खिचड़ी भी खा सकते हैं
  • केला और मौसमी का रस भी उत्तम है
  • अदरक की चाय पी सकते हैं
  • शहद का सेवन भी उपयोगी है
  • लहसुन की एक कली को पानी के साथ लें
  • वाइट राइस और आलू भी खा सकते हैं। घी का तड़का न लगाएं
  • दही अवश्य खाएं

क्या न खाएं –

  • तला और अधिक मिर्च-मसालों वाला भोजन न खाएं
  • मक्खन, घी और तेल आदि का सेवन न करें
  • डेरी प्रोडक्ट्स न खाएं
  • आइस क्रीम भी न खाएं
  • मांसाहार और अन्य गरिष्ठ भोजन का सेवन न करें
  • किसी भी तरह के ड्राई फ्रूट्स भी न खाएं
  • शराब, कॉफी का सेवन बिल्कुल न करें

कुछ सामान्य प्रश्न

प्रश्न – भोजन खराब किन कारणों से होता है?

उत्तर – सूक्ष्म जीवाणु, कीट, एन्ज़ाइम्स और किसी विषैले जीव का भोजन को दूषित करना जैसे छिपकली, चूहा का मुंह मार जाना इन वजहों से खाना खराब हो जाता है। फ्रिज में खाना पड़ा रहे या अधिक देर बाहर पड़ा रहे।

प्रश्न – आहार खराब हो गया है कैसे पता करें?

उत्तर – जब भी खाद्य पदार्थ से दुर्गंध आने लगे, उसका रंग बदल जाए, खाने की चीजों से बुलबुले उठना तो समझ जाइये कि वह खराब हो चूका है और खाने लायक नहीं रहा।

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