सर्दियों में सूज जाती हैं अगर हाथ-पैर की अंगुलियां तो करिए ये आसान घरेलू उपाय Chilblains Home Remedies in Hindi
दोस्तों, ठंड बढ़ने लगी है और इसके साथ ही कई रोग भी शरीर में बढ़ने लगते हैं जैसे सर्दी-जुकाम, एड़ियों का फटना, होंठ काले पड़ना और हाथ-पैर की उँगलियों का सूज जाना। हालाँकि हाथ-पैर की उँगलियों का सूजन कोई खतरनाक बीमारी नहीं है लेकिन ये व्यक्ति को परेशानी में डाल देती है। अपने शरीर को गर्म रखने पर और हाथ-पैर को ढके रखने पर ये कुछ दिनों में स्वयं ही ठीक हो जाती हैं। पर फिर भी हम आपको ऐसे घरेलू और आयुर्वेदिक नुस्खे बताएंगे जिससे जल्द ही आप इस समस्या से छुटकारा पा सकें और साथ ही इससे बचने के उपाय भी बताएंगे जिससे आने वाली सर्दियों में आपको ये रोग हो ही न।
Table of Contents
सर्दियों में हाथ-पैर की उँगलियाँ क्यों सूजती हैं?
आयुर्वेद में सूजन को शोथ कहा गया है। हाथ-पैर की उँगलियाँ सूजन का सबसे बड़ा कारण तो ठंड ही है। हाथ-पैर की उँगलियाँ इसलिए सूजती क्यूंकि सबसे ज्यादा ठंड के सम्पर्क में यही दोनों हिस्से आते हैं और इसके साथ कान और नाक भी लाल हो जाते हैं। पहले आपको आयुर्वेदिक भाषा में बताता हूँ कि अधिक ठंड से दूषित हुआ वायु जब रक्तवाहिनी बहरी सिराओं में पहुंचकर कफ, रक्त ओट पित्त को दूषित कर देता है; और रक्तवाहिनी में बड़े हुए कफ, रक्त एवं पित्त वायु के संचरण को अवरुद्ध कर देते हैं एवं वह वायु जब इधर-उधर फैलने की चेष्टा करती है, तो उस स्थान में उभार उत्पन्न कर शोथ पैदा कर देती है।
सर्दियों में त्वचा के रूखेपन का स्थाई इलाज जानने के लिए लिंक पर क्लिक करें
Chilblains के लक्षण
chilblains में उँगलियों में सूजन तो होती ही है इसके साथ अन्य कई लक्षण देखने को मिलते हैं। आइये जानते हैं –
स. | लक्षण |
1 | शोथ अस्थिर और घटने-बढ़ने वाला होता है |
2 | त्वचा में पतलापन, कठोरता, लालिमा और कालापन होता है |
3 | अकारण ही शोथ स्थान में सूनापन, रोमांच या झिनझिनाहट और पीड़ा होती है |
4 | दबाने पर वह स्थान दब जाता है और छोड़ देने पर फिर उठ जाता है |
5 | शोथ में जलन और खुजली होती है |
6 | कई बार छोटी-छोटी गांठे भी बन जाती हैं |
7 | स्पर्श करने पर पीड़ा होती है और कई बार वह पक भी जाता है |
हाथ-पैर की उँगलियों में शोथ को ठीक करने के घरेलू उपाय (Chilblains Home Remedies in Hindi)
उँगलियों में सूजन और दर्द होने पर आप निम्नलिखित घरेलू और आयुर्वेदिक उपायों का प्रयोग करें, आपको निश्चित ही लाभ होगा।
ठंड से बचने के लिए गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीएं। हल्दी वात और कफ को नियंत्रित करती है और साथ ही सूजन और दर्द में आराम दिलाने के लिए भी महत्वपूर्ण है।
सोंठ, मरिच, पीपर, निशोथ, कुटकी - इन सबका चूर्ण और लौह भस्म सबको बराबर मात्रा में लकर रख लें। इसमें से 2 ग्राम सुबह-शाम त्रिफला के काढ़े के साथ सेवन करने से उँगलियों में सूजन और दर्द की समस्या से राहत मिलती है।
हल्दी को सरसों के तेल में मिलाकर लेप तैयार कर लें को सूजन के स्थान पर लगाएं। इससे सूजन के साथ-साथ जलन, लालिमा, झिनझिनाहट और खुजली शांत होती है।
तिल के तेल को हल्का गर्म करके उसकी मसाज प्रभावित क्षेत्र पर करें। इससे वहां खून का बहाव अच्छे से होगा और किसी भी प्रकार का अवरोध जो उत्पन्न हुआ होगा सूजन से वह भी ठीक होगा। इसके साथ-साथ तिल का तेल आपकी नसों की मजबूती के लिए भी उपयोगी है।
गदहपूरना, सोंठ और नागरमोथा - इनका चूर्ण 12 ग्राम की मात्रा को 750 ml दूध के साथ लेना चाहिए। इससे उँगलियों में सूजन और दर्द से शीघ्र आराम मिल जाएगा और साथ ही यह वातज शोथ में बहुत ही लाभकारी है।
दन्ती, निशोथ, सोंठ, मरिच, पीपर और चित्रक का चूर्ण प्रत्येक (24-24 ग्राम) 1500 ml दूध में डालकर अच्छे से पकाएं और जब दूध आधा रह जाए तो इसे छान लें। फिर इसे 4-5 बार थोड़ा-थोड़ा करके chilblains वाले व्यक्ति को पिलायें। एक ही दिन में हाथ-पैर की उँगलियों की सूजन ठीक होने लगेगी।
दालचीनी, छोटी इलाइची, तेजपत्ता, पीपर - इन सभी के चूर्ण को तिल के तेल में पकाकर छानकर सुरक्षित रख लें। फिर इस तेल की मालिश प्रभावित क्षेत्र पर करें। उँगलियों की सूजन को दूर करने के लिए बहुत प्रभावी है।
सर्दियों में chilblains से बचने के लिए क्या करें
क्यूंकि आयुर्वेद इसी सिद्धांत पर आधारित है कि रोग हो ही न तो इसमें आपको सर्दियां शुरू होने से पहले ही अपने आहार-विहार में कुछ बदलाव शुरू करना चाहिए कि जिससे उँगलियों में सूजन और दर्द हो ही न।
- पैरों में मौजे और हाथों में दस्ताने अवश्य पहने
- सर्दियां शुरू होते ही शरीर पर तेल मालिश अवश्य करें
- ज्यादा चिकने और खट्टे पदार्थ न खाएं
- ज्यादा मिर्च-मसाले वाले पदार्थ न खाएं क्यूंकि वो जलन उत्पन्न कर सकते हैं
- सर्दियां शुरू होते ही शरीर में वात वृद्धि होती है, इसलिए वात शांत करने वाला भोजन करें
- उष्ण आहार का सेवन करें
- गोंद के लड्डू जरूर खाएं, ये शरीर में गर्मी बनाये रखते हैं
अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न – सर्दियों में हाथ-पैर क्यों सूजते हैं?
उत्तर – सर्दियों में हाथ-पैर पर सबसे ज्यादा ठंड लगती है और कई बार हम ज्यादा ठंडे पानी से हाथ-पैर धो लेते हैं, जिससे खून का प्रवाह कम हो जाता है और सूजन आ जाती है।
प्रश्न – हाथ-पैर में सूजन का क्या इलाज है?
उत्तर – इसके लिए आप गर्म पानी में सेंधा नमक डालकर पैरों को रख दें। इसके बाद किसी कम्बल या रजाई में पैरों को ढक लें। इस प्रयोग से भी हाथ-पैरों की सूजन कम हो जाती है।
इन्हें भी पढ़ें –
सर्दियों के दिनों में हाथ-पैर ठंडे रहने की समस्या से निजात पाएं इन आसान उपायों से
कानों में सूजन और दर्द का चमत्कारी घरेलू उपचार