जानिए कपूर के फायदे और इस्तेमाल करने के तरीके 7 Camphor Benefits and Its Uses in Hindi
भारत के घरों में कपूर का बहुत महत्व है क्यूंकि ये पूजा सामग्री का एक हिस्सा है। इसके अलावा यह कई दर्दनाशक उत्पादों में भी प्रयोग किया जाता है जैसे बाम, वेपर रब और तेलों में भी प्रयोग होता है जिसे लगाने से कीट-पतंगे और मछर-मक्खी दूर रहते हैं।
कपूर एक ऐसा पदार्थ है जो पूरा जल जाता है और जलने के बाद कोई राख वगैरह नहीं छोड़ता। इसकी भी दो किस्में आती हैं जो पूजा में प्रयोग किया जाता है उसे भीमसैनी कपूर कहते हैं और दूसरा मेडिकल प्रोडक्ट्स बनाने में प्रयोग किया जाता है।
आगे इस लेख में हम आपको कपूर के फायदे और इसके प्रयोग करने का तरीका बताएंगे तो कृपया लेख को पूरा पढ़िए क्यूंकि आधी-अधूरी जानकारी खराब होती है।
कपूर कैसे काम करता है?
कपूर आपके नर्वस सिस्टम के लिए बहुत उपयोगी है। जब इसे जलाया जाता है तो इसकी खुशबू से मन शांत होने लगता है और इसके अलावा जुकाम-खांसी को ठीक करने में भी इसका प्रयोग किया जाता है। खाज-खुजली और फंगल इन्फेक्शन से लड़ने में भी कपूर मददगार है।
कपूर के स्वास्थ्य संबंधी लाभ और प्रयोग करने का तरीका (Camphor Benefits and Its Uses in Hindi)
कपूर को इस्तेमाल करने के कई तरीके हैं और इसके स्वास्थ्य लाभ निम्नलिखित हैं –
दाद-खाज से दिलाये आराम
कपूर में ऐसे गुण होते हैं और ऐसा जरूरी तेल होता है जिसे त्वचा आसानी से सोख लेती है जिससे शरीर को ठंडक मिलती है। किसी भी प्रकार के दाद-खाज से राहत पाने के लिए कपूर का उपयोग किया जाता है।
बेहतर नींद के लिए करें कपूर का प्रयोग
कपूर के तेल की कुछ बूंदें अपने तकिये पर गिरा दें। इसकी मन शांत करने वाली हल्की-हल्की खुशबू गहरी नींद लाने के लिए काफी फायदेमंद है। इसके अलावा बंद नाक, साँस लेने में दिक्क्त और छींकें आने की समस्या से भी मुक्ति मिलती है।
सर्दी-खांसी और छाती की जकड़न से दिलाये राहत
यदि आपको सीने में जकड़न है और साँस लेने में दिक्क्त हो रही है तो कपूर के तेल की कुछ बूंदें उबलते पानी में मिलाकर भाप लेने से सर्दी-खांसी और छाती में जकड़न ठीक हो जाती है।
पीड़ा को करे दूर
यदि आपको किसी कीड़े के काटने से दर्द हो रहा है या जोड़ों में दर्द की समस्या है एवं इसके अलावा जलन और बवासीर से संबंधित किसी प्रकार का दर्द है तो FDA ने कहा है की 3 से 11% की कंसंट्रेशन वाला कैम्फर आयल त्वचा पर प्रयोग कर सकते हो।
बालों की ग्रोथ बढ़ाने में है फायदेमंद
सिर पर बाल न होना पुरुषों के लिए सबसे बड़ी समस्या है। आजकल रसायन युक्त उतपादों के प्रयोग से बाल झड़ने की समस्या बहुत बड़ी है। इसके लिए आपको 1 कपूर की टुकड़ी को सरसों के तेल में भिगोकर रख देना है और उसकी मालिश सिर पर करनी है।
हफ्ते में 3 दिन इस तेल की मालिश करने से बालों का झड़ना तो बंद होगा ही साथ ही नए बाल भी उगने शुरू हो जाएंगे। नहाने से पहले 1 घंटा पहले मालिश करने से रिजल्ट बेहतर देखा गया है।
रूमेटोइड गठिया के लिए कपूर का उपयोग
कपूर को टिल के तेल में मिलाकर 24 घंटे के लिए एयर टाइट डिब्बे में बंद करके रख दें। फिर इस तेल की मालिश वहां करें जहाँ जहाँ आपको दर्द होता है। इस तेल से खून का दौरा में सुधार होगा और दर्द में राहत मिलेगी। वात बढ़ने से जो दर्द होते उसमें इस तेल की मालिश काफी फायदेमंद है।
नेल फंगस को ठीक करने में है उपयोगी
एंटी-फंगल और एंटी-माइक्रोबियल गुणों से भरपूर कपूर नेल फंगस के इलाज में बहुत फायदेमंद है। इसके लिए आपको कपूर मिश्रित वेपोरब की आवश्यकता पड़ेगी, उसे सीधा नाखून पर लगाएं और कुछ ही दिनों के प्रयोग से नेल फंगस ठीक होने लगेगा।
कपूर के उपयोग
कपूर का उपयोग कई उत्पादों में किया जाता है जैसे कि –
- बाम और तेल बनाने में
- सुगंधित उत्पादों जैसे deoderant और perfumes में
- सफाई के जो उत्पाद आते हैं जैसे फिनाइल आदि इसमें भी
- कीट-पतंगों और मच्छरों को भगाने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है
- बालों के झड़ने और डैंड्रफ के उपचार में भी कपूर का उपयोग किया जाता है
कपूर के साइड-इफ़ेक्ट
कपूर के कुछ दुष्प्रभाव इस प्रकार हैं –
- खुले और घाव वाले स्थान पर कपूर न लगाएं
- अधिक मात्रा में कपूर का सेवन न करें, ये काफी खतरनाक हो सकता है
- बच्चों को कपूर से दूर रखना चाहिए
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली स्त्रियों को कपूर का सेवन नहीं करना चाहिए
- कपूर लगाने से लालिमा और त्वचा में जलन हो सकती है, जिनकी त्वचा संवेदनशील है।